कहते हैं सोने से तपकर कुन्दन बन जाता है। जिसका मूल्य बेशकीमती होता है। एकलव्य फिल्मस एंड टेलीविजन मुबंई के बैनर तले निर्मित फिल्म पहल निश्चित रूप से सोने से कुन्दन बनने की कसौटी पर खरा उतरने की तैयारी में है। जिस फिल्म के विषय मे माह दो माह के निर्माण का आंकलन लगाया गया था ,उसे सर्वश्रेष्ठ फिल्म बनाने के प्रयास में आज लगभग वर्ष भर पूर्ण होने को आ रहा है। मगर हमें समय की बंदिश से कोई परेशानी नही है। हमे सर्वश्रेष्ठ देना है हमारा ऐसा प्रयास है ।विगत दिनो जब हिमाचल की वादियों मे फिल्म पहल के मधुर तराने गूंज रहे थे तो शूटिंग स्थल पर शायद ही कोई होगा जिसने केवल गीतों को सुनकर फिल्म की प्रशंसा नही की हो। ऊपर से राजशेखर साहनी का तो वहां हर कोई दीवाना हो गया । ऐसा माहौल और लोगों की प्रतिक्रिया साबित करती है कि हमारा प्रयास सार्थक है। निश्चित रूप से हम फिल्म पहल के माध्यम से बालीवुड मे सफलतापूर्वक प्रवेश करने जा रहे हैं ।
Thanks sir Kyo ki aj pta chla h ki hamare log bhi h jo hum logo Ka pahachan ban rhe h Or yah movie dekhane ke liye besabri se intjar kr rhe h
Hame bahut beshbri se intjar hai
एकलव्य फिल्म्स एंड टेलीविजन मुंबई का प्रयास है शैक्षिक और स्वस्थ मनोरंजन प्रयोजनों करना ।